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उड़ीसा के बालासोर जिले में कॉलेज की छात्रा के खुद की जान लेने के मामले ने सबको झकझोर कर रख दिया है। अब इस मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। कांग्रेस ने इस पूरे मामले में सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। सभी विपक्षी दलों ने एकजुट होकर ओसाचा बंद का ऐलान किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर हल्ला मचाया। भद्रक में ट्रेन रोक दी गई। भुवनेश्वर में बसों का चक्का जाम किया गया।
तो क्या कुछ रहा पूरा घटनाक्रम?
बालासोर जिले में कॉलेज की छात्रा के खुद की जान लेने के मामले ने राजनीति को गमा दिया है। ओसा में इस वक्त हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। विपक्ष ने ओसा बंद बुलाया। इस दर्दनाक घटना के विरोध में कांग्रेस समेत आठ विपक्षी दलों ने ओसा बंद का आवाह्वन किया जिससे राज्य भर में भारी जनसमर्थन मिला। ओसा के भुवनेश्वर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकार विरोधी नारे लगाए गए। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थी।
प्रदर्शन के दौरान माहौल बिगड़ने पर पुलिस ने लोगों को हिरासत में ले लिया। इस बंद का असर पूरे राज्य में देखने को मिला। बंद के दौरान विभिन्न जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कहीं ट्रेनें रोकी गई तो कहीं सड़कों पर राज्य सरकार के खिलाफ टायर जलाकर प्रदर्शन किया गया। जगह-जगह बाजार बंद रहे और यातायात पूरी तरह से ठप नजर आया।
ट्रेन और बसें रोक दी गई। भुवनेश्वर में बसों का चक्का जाम कर दिया गया जिससे यात्री पैदल चलने को मजबूर हो गए। लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई प्रमुख बाजारों और दुकानों को बंद रखा गया और पूरे शहर में सन्नाटा पसरा रहा। भद्रक में प्रदर्शनकारियों ने चेन्नई कोलकाता हाईवे पर टायर जलाए जिससे ट्रकों की लंबी कतारें लग गई और यातायात घंटों बाधित रहा। साथ ही रेलवे ट्रैक पर भी प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया जिससे ट्रेनों की आवाजाही पर असर देखने को मिला।
कांग्रेस ने इस पूरे मामले में सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री का इस्तीफा और न्यायिक जांच की मांग कर रहा है। न्यायिक जांच की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में विपक्षी कार्यकर्ताओं समेत दो पूर्व मंत्री घायल भी हो गए।