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आज सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है। 24 जुलाई 2025 को 24 कैरेट सोना 1426 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता होकर 99107 रुपये पर खुला, जबकि चांदी 1300 रुपये प्रति किलो की मंदी के साथ 114550 रुपये पर खुली। यह गिरावट दोनों धातुओं के ऑल-टाइम हाई से एक बड़ा बदलाव है। बुधवार को चांदी बिना जीएसटी 115850 रुपये प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुई थी, और सोना 100533 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वोच्च स्तर पर था।
इस गिरावट ने निवेशकों और खरीदारों के बीच चर्चा का माहौल बना दिया है। आइए, इस लेख में हम सोने-चांदी की कीमतों के ताजा रुझानों, कारणों, और निवेशकों के लिए इसके मायने को विस्तार से समझते हैं।
आज के ताजा रेट
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, आज के रेट निम्नलिखित हैं:
- 24 कैरेट सोना: 99107 रुपये प्रति 10 ग्राम (1426 रुपये की गिरावट)
- चांदी: 114550 रुपये प्रति किलो (1300 रुपये की गिरावट)
- 23 कैरेट सोना: 98710 रुपये प्रति 10 ग्राम (1420 रुपये सस्ता)
- 22 कैरेट सोना: 90782 रुपये प्रति 10 ग्राम (1306 रुपये की गिरावट)
- 18 कैरेट सोना: 74330 रुपये प्रति 10 ग्राम (1070 रुपये की गिरावट)
जीएसटी के साथ कीमतें निम्नलिखित हैं:
- 24 कैरेट सोना: 102080 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 23 कैरेट सोना: 101671 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: 93505 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना: 76559 रुपये प्रति 10 ग्राम
- चांदी: 117986 रुपये प्रति किलो
नोट: ये कीमतें IBJA द्वारा जारी की गई हैं और स्थानीय बाजारों में 1000-2000 रुपये का अंतर हो सकता है। IBJA दिन में दो बार रेट जारी करता है – दोपहर 12 बजे और शाम 5 बजे।
जुलाई में चांदी की रफ्तार रही तेज
जुलाई 2025 में चांदी की कीमतों ने सोने को पीछे छोड़ते हुए जबरदस्त तेजी दिखाई। इस महीने चांदी की कीमतों में 10340 रुपये प्रति किलो की उछाल देखी गई, जबकि सोना 3221 रुपये प्रति 10 ग्राम ही बढ़ा। 30 जून को चांदी 105510 रुपये प्रति किलो और सोना 95886 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
चांदी की इस तेजी का कारण वैश्विक मांग में वृद्धि और औद्योगिक उपयोग में इजाफा रहा। हालांकि, आज की गिरावट ने इस तेजी पर कुछ हद तक ब्रेक लगा दिया है।
इस साल का प्रदर्शन
2025 में सोने और चांदी दोनों ने निवेशकों को आकर्षित किया है। इस साल अब तक:
- सोना: 23367 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी
- चांदी: 28533 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी
31 दिसंबर 2024 को सोना 76045 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 85680 रुपये प्रति किलो पर खुली थी। साल के अंत तक सोना 75740 रुपये और चांदी 86017 रुपये पर बंद हुई थी। यह तेजी वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, मुद्रास्फीति, और निवेशकों की सुरक्षित संपत्तियों की ओर रुचि को दर्शाती है।
कीमतों में गिरावट के कारण
सोने और चांदी की कीमतों में आज की गिरावट के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- वैश्विक बाजार में सुधार: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने-चांदी की कीमतों में कमी देखी गई है, जो भारतीय बाजार पर असर डाल रही है।
- मुद्रा विनिमय दर: भारतीय रुपये में मजबूती ने आयातित सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित किया।
- मांग में कमी: शादी-विवाह का सीजन खत्म होने और औद्योगिक मांग में कमी के कारण कीमतों पर दबाव पड़ा।
- निवेशकों का मुनाफावसूली: ऑल-टाइम हाई पर पहुंचने के बाद कई निवेशकों ने मुनाफा वसूलने के लिए बिकवाली शुरू की।
निवेशकों के लिए इसका क्या मतलब?
सोने और चांदी की कीमतों में यह गिरावट निवेशकों के लिए कई अवसर और चुनौतियां लेकर आई है।
अवसर:
- खरीदारी का मौका: कीमतों में गिरावट उन लोगों के लिए अच्छा मौका हो सकता है जो सोने-चांदी में निवेश करना चाहते हैं। खासकर, शादी-विवाह या गहनों की खरीदारी के लिए यह समय उपयुक्त हो सकता है।
- लंबी अवधि का निवेश: सोना और चांदी लंबी अवधि में हमेशा सुरक्षित निवेश माने जाते हैं। इस गिरावट का फायदा उठाकर निवेशक अपने पोर्टफोलियो को मजबूत कर सकते हैं।
चुनौतियां:
- अस्थिरता का जोखिम: सर्राफा बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। इसलिए, निवेश से पहले बाजार के रुझानों का गहन अध्ययन जरूरी है।
- स्थानीय कीमतों में अंतर: IBJA के रेट और स्थानीय बाजारों के रेट में अंतर हो सकता है, जिसे ध्यान में रखना होगा।
सोने-चांदी में निवेश के टिप्स
- बाजार का अध्ययन करें: सोने-चांदी में निवेश से पहले वैश्विक और स्थानीय बाजार के रुझानों को समझें।
- विशेषज्ञ सलाह लें: किसी अनुभवी वित्तीय सलाहकार से सलाह लें ताकि सही समय पर निवेश किया जा सके।
- विविधता बनाए रखें: अपने निवेश पोर्टफोलियो में सोने-चांदी के साथ-साथ अन्य संपत्तियां जैसे शेयर, म्यूचुअल फंड, और बॉन्ड शामिल करें।
- मेकिंग चार्ज पर ध्यान दें: गहनों की खरीदारी में मेकिंग चार्ज और जीएसटी की लागत को ध्यान में रखें।
- लंबी अवधि का दृष्टिकोण: सोने-चांदी में निवेश लंबी अवधि के लिए बेहतर रिटर्न दे सकता है।
भविष्य के रुझान
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतें आने वाले महीनों में फिर से तेजी पकड़ सकती हैं। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं, भू-राजनीतिक तनाव, और मुद्रास्फीति जैसे कारक इन धातुओं की मांग को बढ़ा सकते हैं। हालांकि, अल्पकालिक अस्थिरता बनी रह सकती है। निवेशकों को सतर्क रहकर बाजार की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए।
सोने और चांदी की कीमतों में आज की गिरावट ने सर्राफा बाजार में हलचल मचा दी है। 24 कैरेट सोना 99107 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 114550 रुपये प्रति किलो पर खुली। यह गिरावट निवेशकों के लिए खरीदारी का एक सुनहरा अवसर हो सकती है, बशर्ते वे बाजार के रुझानों को अच्छी तरह समझें। निवेश से पहले विशेषज्ञ सलाह और बाजार विश्लेषण जरूरी है।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। सोने-चांदी में निवेश से पहले विशेषज्ञों की सलाह लें और मार्केट रिस्क को समझें। कीमतें क्षेत्र और समय के अनुसार भिन्न हो सकती हैं। लाइव हिन्दुस्तान किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।
क्रेडिट: यह लेख इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी कीमतों और लाइव हिन्दुस्तान के मूल लेख (livehindustan) के आधार पर लिखा गया है।