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गुजरात अहमदाबाद विमान हादसे पर आज एएलपीए ने यानी एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इस मामले की जांच में पर्यवेक्षक की भूमिका में भी शामिल करने की मांग की है। अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया विमान की उड़ान संख्या एआई171 की दुर्घटना जांच पर आज एक सबसे बड़ी रिपोर्ट सामने आ रही है। एक खुलासा तो यह हुआ कि टक्कर के वक्त 8 डिग्री पर थी विमान की नोज़ और पंक। इस विमान हादसे की जांच से जुड़ी 10 बड़ी बातें आपको बताऊंगा। दोस्तों आज अहमदाबाद विमान हादसे की रिपोर्ट का एनालिसिस जारी किया गया। दावा किया जा रहा है कि प्लेन के फ्यूल स्विच बंद हो गए थे। पायलट ने दोबारा चालू किए लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
एयर इंडिया फ्लाइट AI171 की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आ चुकी है। एएआईबी यानी एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने आज 12 जुलाई को 15 पेज की एक विस्तृत रिपोर्ट सार्वजनिक की है और इस रिपोर्ट के शुरुआती नतीजों से यह पता चलता है कि जेट के दोनों इंजनों में फ्यूल फ्लो को कंट्रोल करने वाले स्विच ही बंद हो गए थे और इसीलिए टेक ऑफ के तुरंत बाद दोनों इंजन बंद हो गए और विमान का थ्रस्ट भी खत्म हो गया था। हालांकि पायलटों ने इन्हें दोबारा चालू करने की कोशिश की लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाए। कॉकपिट में डाटा रिकॉर्डिंग से यह पता चला कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा था कि क्या तुमने स्विच बंद किया है तो दूसरे ने जवाब भी दिया था नहीं।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि उड़ान से ठीक पहले फ्लाइट के एक सेंसर में भी परेशानी थी जिसे फिर ठीक किया गया। आपको पता होगा मेडिकल हॉस्टल पर प्लेन क्रैश होने की इस घटना में 270 लोगों की मौत हो गई थी। जिसमें 247 यात्री थे और बाकी क्रू मेंबर्स थे। तो पहली बात तो यह पता चली कि एयर इंडिया प्लेन क्रेज से ठीक पहले फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद हो गए थे। शुरुआती जांच रिपोर्ट में यह सामने आया है।
हालांकि इस विमान दुर्घटना पर एआईबी की रिपोर्ट पर मंत्री मुरलीधर ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट और पायलटों की बातचीत से कोई भी निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है क्योंकि केवल यह एकमात्र कारण नहीं माना जा सकता कि टेक ऑफ के तुरंत बाद दोनों इंजन फ्यूल स्विच की वजह से बंद हो गए थे।
अब इस विमान हादसे की जांच के बाद कुछ और तर्क विचार दिए जा रहे हैं। यह घटना स्थल का ड्रोन व्यू आप देख सकते हैं। टेक ऑफ के बाद एयर इंडिया विमान पहले पेड़ों से और फिर बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया था। राइट? हादसे के वक्त विमान की स्थिति कुछ यूं थी। 8° से ऊपर उठा हुआ था विमान। वहीं जांच रिपोर्ट में पता चला कि उड़ान के मात्र 3 सेकंड बाद ही इंजन में ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई और उसके बाद 29 सेकंड में विमान क्रैश हो गया।
ईंधन कट ऑफ होने को लेकर दोनों पायलटों के बीच बातचीत भी हुई थी और यह बातचीत बकायदा रिकॉर्डर के अंदर कॉकपिच वॉइस रिकॉर्डर में पाई गई। देखिए अभी तक एआईबी की रिपोर्ट की कुछ बड़ी बातें। विमान में 54,200 कि.ग्र. ईंधन था। उड़ान के समय विमान का वजन स्वीकार्य सीमा के भीतर था। टोटल वजन 213,000 किलो था।
पायलट ने टेक ऑफ के बाद 1:09 5 सेकंड पर मेड संदेश भेजा था। जबकि इस विमान ने उड़ान ही 1:839 सेकंड पर भरी थी। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने कोल साइन पूछा लेकिन जवाब नहीं मिला। इंजन ईंधन नियंत्रण स्विच 1 सेकंड के अंतराल पर बंद हो गए थे और चंद लम्हों के बाद विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट की सीमा के बाहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एक और बड़ा खुलासा ये सामने आ रहा है कि थ्रस्ट लीवर भी आगे की ओर थे।
रिपोर्ट में सामने आई तस्वीरों में देख सकते हैं कि फ्लेप सेटिंग 5 डिग्री की ओर गियर नीचे की ओर उड़ान भरने के लिए सामान्य थे। तो ईएफआर डाटा से यह पता चला कि टक्कर के समय तक थ्रस्ट लीवर आगे की स्थिति में ही बने रहे। दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच रन स्थिति में पाए गए। रिवर्स लीवर मुड़े हुए थे लेकिन स्टॉक्ड स्थिति में थे।
हादसे के वक्त इवान 625 फीट की ऊंचाई से गिरा था।हालांकि ईंधन में कोई खराबी नहीं पाई गई रिपोर्ट्स के मुताबिक और पायलटों को भी अच्छा खासा अनुभव था। यह दोनों पायलटों की डिटेल भी आप देख सकते हैं। एक पायलट सुमित शबरवाल उम्र 56 साल बोइंग 787 पर 8596 घंटे उड़ान भरने का अनुभव था और कुल अनुभव इसका दुगना के लगभग था। वहीं दूसरे को-पायलट क्लाइव कुंदर उम्र 32 साल इनको भी 1128 घंटे उड़ान का अनुभव था और कुल अनुभव इसका तीन गुना।
यह विमान के फ्यूल कंट्रोल बटन होते हैं रन प्लस कट ऑफ के और यह हादसे की कुछ तस्वीरें आप देख सकते हैं। तो अभी तक शुरुआती जांच की रिपोर्ट में कुल मिलाकर यही वजह सामने आई कि इंजन में फ्यूल कट ऑफ हो गया। अब फ्यूल कट ऑफ एक्चुअली किस वजह से हुआ? इस बात को लेकर जांच रिपोर्ट चल रही है। आगे जो डिटेल एनालिसिस रिपोर्ट आएगी मैं आपको बता दूंगा। धन्यवाद दोस्तों।