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क्या आपने कभी ऐसा विमान देखा है जो उड़ान भरने के बाद अचानक हवा में ही गायब हो जाए ना कोई संकेत ना कोई खराबी और ना ही कोई चेतावनी बस एक पल में ही जैसे आसमान ने उसे निगल लिया हो और फिर 37 साल बाद वह अचानक वापस आ जाए क्या ऐसा संभव है यह कोई साधारण घटना नहीं बल्कि एक ऐसा रहस्य है जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया हम बात कर रहे हैं पैन अमेरिकन फ्लाइट 914 की जो 1955 में न्यूयॉर्क से मियामी के लिए रवाना हुई थी लेकिन कभी अपने गंतव्य पर नहीं पहुंची सुबह का समय था
न्यूयॉर्क के लगवाया एयरपोर्ट पर हलचल मची थी यात्री बोर्डिंग कर रहे थे कुछ अपने टिकट संभाल रहे थे तो कुछ जल्द से जल्द फ्लाइट में बैठने के लिए उत्सुक थे फ्लाइट में कुल 57 यात्री और चार क्रू मेंबर सवार थे और सब कुछ सामान्य था विमान को कैप्टन मिगुएल विक्टर कुरेन उड़ा रहे थे और वह अपनी सीट पर बैठकर हर चीज की जांच कर रहे थे यह एक छोटी और सामान्य उड़ान थी जिसका गंतव्य मियामी फ्लोरिडा था और जिसे केवल तीन घंटे में वहां पहुंचना था मौसम साफ था कोई खराबी नहीं थी और हर चीज नियंत्रण में थी ठीक 9:5 पर फ्लाइट ने उड़ान भरी और कुछ ही मिनटों में न्यूयॉर्क की ऊंची इमारतों को पीछे छोड़ते हुए अटलांटिक महासागर के ऊपर पहुंच गई यात्रियों के चेहरे पर सुकून था
कुछ खिड़की से बाहर झांक रहे थे कुछ अखबार पढ़ रहे थे और कुछ मियामी पहुंचने की खुशी में बातें कर रहे थे लेकिन किसी को नहीं पता था कि अगले कुछ मिनटों में उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदलने वाली थी सुबह 10:1 मिनट पर न्यूयॉर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने फ्लाइट 914 को ट्रैक किया और रिपोर्ट दी कि विमान बिल्कुल सही रास्ते पर है हर चीज सामान्य थी लेकिन 10:15 पर अचानक कुछ अजीब हुआ रडार स्क्रीन पर एक झटका सा लगा और फ्लाइट 914 अचानक गायब हो गई पलक झपकते ही विमान का कोई नामो निशान नहीं बचा एयर ट्रैफिक कंट्रोल के अधिकारी हैरान रह गए उन्होंने तुरंत विमान से संपर्क करने की कोशिश की फ्लाइट 914 क्या आप हमें सुन सकते हैं लेकिन कोई जवाब नहीं आया फ्लाइट 914 कृपया जवाब दें लेकिन वहां सिर्फ सन्नाटा था
न्यूयॉर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल में हलचल मच गई अधिकारियों ने सोचा कि शायद कोई तकनीकी गड़बड़ हुई हो लेकिन जब उन्होंने बाकी सभी फ्लाइट्स को ट्रैक किया तो सब सामान्य था बस फ्लाइट 914 जैसे हवा में घुल चुकी थी मियामी एयर ट्रैफिक कंट्रोल को तुरंत सूचित किया गया और उन्हें बताया गया कि फ्लाइट 914 अचानक रडार से गायब हो गई है अब तक विमान को अपने गंतव्य पर पहुंच जाना चाहिए था
लेकिन वह वहां कभी नहीं पहुंचा तलाशी अभियान तुरंत शुरू हुआ नौसेना के जहाज महासागर में विमान के मलबे की खोज करने लगे अन्य एयरलाइंस से संपर्क किया गया पायलटों से पूछा गया कि क्या उन्होंने आसमान में कुछ असामान्य देखा लेकिन कहीं भी कोई सुराग नहीं मिला 24 घंटे बाद जब कोई सुराग नहीं मिला तो पैन अमेरिकन एयरलाइंस ने एक बयान जारी किया फ्लाइट 914 जिसमें 61 लोग सवार थे रहस्यमय तरीके से गायब हो गई हैं हमने हर संभव जगह तलाशी ली लेकिन कोई मलबा नहीं मि मिला हमें गहरा दुख है कि इसे दुर्घटनाग्रस्त मान लिया गया है पर क्या यह सच में दुर्घटना ग्रस्त हुई थी या फिर यह विमान एक अलग ही समय और स्थान में फंस गया था
यही सवाल सबके मन में था लेकिन किसी के पास जवाब नहीं था लेकिन फिर 37 साल बाद 1992 में एक चौकाने वाला रहस्य सामने आया जिसने दुनिया को झक छोर कर रख दिया 1955 में लापता हुआ फ्लाइट 914 अब तक एक भूली बिसरी कहानी बन चुका था इसे एक दुखद हादसा मान लिया गया था यात्री मृत घोषित किए जा चुके थे और कोई भी अब इस फ्लाइट के बारे में बात नहीं करता था लेकिन 37 साल बाद एक ऐसी घटना घटी जिसने पूरी दुनिया को चौका दिया
21 सितंबर 1992 को वेनेजुएला के कराका एयरपोर्ट पर कुछ ऐसा हुआ जिसे देख वहां मौजूद सभी लोग दंग रह गए कराका एयरपोर्ट का एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर हमेशा की तरह व्यस्त था हर उड़ान पर नजर रखी जा रही थी और सब कुछ सामान्य था तभी रडार स्क्रीन पर अचानक एक अनजान विमा का सिग्नल दिखाई दिया ड्यूटी पर तैनात अधिकारी जुवान डीला कोताह विमान कराका की ओर बढ़ रहा था लेकिन उसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं थी
उसने तुरंत अपने साथियों को बुलाया यह कौन सा विमान है इसकी कोई फ्लाइट डिटेल नहीं है जांच पड़ताल शुरू हुई और जैसे ही विमान का मॉडल सामने आया सबके चेहरे पर हैरानी और खौफ दोनों उभर आए यह कोई आधुनिक जेट नहीं था बल्कि 1950 के दशक का डगलस डीसी विमान था
एयर ट्रैफिक कंट्रोल में हलचल मच गई कंट्रोल टॉवर से तुरंत विमान से संपर्क किया गया अनजान विमान कृपया अपनी पहचान बताइए कुछ सेकंड तक कोई जवाब नहीं आया कंट्रोल टॉवर में सभी लोग टेंशन में थे तभी रेडियो पर एक टूटी-फूटी आवाज आई यह पैन अमेरिकन फ्लाइट 914 है न्यूयॉर्क से मियामी के लिए उड़ान भर रहा है हम कहां हैं यह सुनते ही जुवान डीला कोड़ता और बाकी अधिकारी सन्न रह गए पैन एम 914 लेकिन यह तो 1955 में लापता हो गया था
यह कैसे संभव था कंट्रोल टावर ने तुरंत विमान को लैंडिंग की अनुमति दी रनवे को खाली कराया गया और हर किसी की नजर आसमान पर थी कुछ ही मिनटों बाद वह विमान दिखाई दिया पुराने डिजाइन वाला 1950 के दशक की पेंटिंग और लोगों के साथ बिल्कुल वैसा ही जैसा वह 37 साल पहले था विमान धीरे-धीरे उतरा और जैसे ही उसके पहिए रनवे पर छुए एयरपोर्ट स्टाफ हैरान रह गया उसके इंजन पुराने जमाने के थे खिड़कियां और दरवाजे भी 1955 के द्वार के लग रहे थे सब कुछ जैसे समय में अटका हुआ था
लेकिन इससे भी चौकाने वाला दृश्य विमान के अंदर था जब एयरपोर्ट स्टाफ ने खिड़की से अंदर झांका तो उन्होंने देखा कि यात्री डरे हुए थे किसी के चेहरे पर चिंता थी किसी को समझ नहीं आ रहा था कि हो क्या रहा है कुछ लोग घबराकर एक दूसरे से सवाल पूछ रहे थे जैसे उनके लिए अभी भी 1955 ही हो अधिकारियों ने विमान के कैप्टन मिगुएल विक्टर कुरेन को दरवाजा खोलने के लिए कहा लेकिन जैसे ही कैप्टन ने बाहर झांका उनके होश उड़ गए उन्होंने देखा कि रनवे पर आधुनिक वाहन खड़े हैं एयरपोर्ट का लुक बिल्कुल बदल चुका है वह घबरा गए और जोर से चिल्लाए यह यह गलत है हम यहां नहीं होने चाहिए कैप्टन तेजी से अपनी सीट से उठे उनका हाथ कांप रहा था तभी उनके हाथ से एक चीज छूटकर नीचे गिर गई एयरपोर्ट स्टाफ ने गौर से देखा यह 1955 का एक पुराना कैलेंडर था सबके रोंगटे खड़े हो गए 37 साल बीत चुके थे लेकिन कैप्टन के पास अभी भी 1955 का कैलेंडर था
यह कैसे संभव था कैलेंडर पर तारीख थी 2 जुलाई 1955 यानी जिस दिन यह फ्लाइट लापता हुई थी ऐसा लग रहा था मानो इन लोगों के लिए समय कभी आगे बढ़ा ही नहीं अधिकारियों ने कैप्टन को शांत करने की कोशिश की लेकिन वह बेहद डरे हुए और घबराए हुए थे उन्होंने अपने क्रू से कहा हमें यहां से तुरंत निकलना होगा किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था तभी कैप्टन ने अचानक इंजन चालू कर दिया फिर हुआ कुछ ऐसा जो कभी नहीं भुलाया जाएगा एयरपोर्ट स्टाफ ने विमान को रोकने की कोशिश की लेकिन कैप्टन ने किसी की नहीं सुनी विमान ने तेजी से रनवे पर दौड़ लगाई और कुछ ही सेकंड में हवा में उठ गया कंट्रोल टॉवर के अधिकारी उसे रडार पर ट्रैक करने की कोशिश करने लगे लेकिन कुछ ही सेकंड बाद विमान दोबारा गायब हो गया अब वह फिर से कहां चला गया क्या यह समय में कोई दरार थी क्या यह विमान किसी और आयाम में चला गया था
यह घटना किसी साइंस फिक्शन फिल्म की तरह लगती है लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि यह पूरी तरह सच है जबकि कुछ इसे एक काल्पनिक कहानी मानते हैं फ्लाइट 914 का रहस्य दशकों से लोगों को हैरान करता आ रहा है और इसके समर्थन में कई कहानियां और कथित गवाह मौजूद हैं लेकिन क्या इसका कोई ठोस सबूत है कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार इस कहानी की शुरुआत 1980 के दशक में हुई थी
जब एक अमेरिकन टैबलॉयड अखबार ने इसे प्रकाशित किया था कहा जाता है कि यह कहानी पूरी तरह घड़ी गई थी और इसका कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है कई विशेषज्ञों ने दावा किया कि फ्लाइट 914 कभी अस्तित्व में थी ही नहीं और करकास एयरपोर्ट पर ऐसी कोई घटना दर्ज नहीं की गई तो फिर यह कहानी कहां से आई क्या यह बस एक मनगढ़ंत अफवाह थी
जो समय के साथ और रहस्यमई बनती चली गई या फिर कहीं किसी गुप्त फाइल में इसके पीछे की असली सच्चाई छुपी हुई है सच क्या है यह कोई नहीं जानता लेकिन एक बात तय है फ्लाइट 914 का रहस्य आज भी लोगों को हैरान करता है और शायद हमेशा करता रहेगा तो आप ही बताइए क्या यह कहानी सच है या सिर्फ एक काल्पनिक अफवाह आपके क्या ख्याल हैं हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं दोस्तों धन्यवाद!!